Meaning, Field and Importanc Of Education Psychology शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ, क्षेत्र उपयोगिता एवं महत्व

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Meaning, Field and Importanc Of Education Psychology मनोविज्ञान का अर्थ परिभाषा एवं प्राकृति मनोविज्ञान वर्तमान में अपनी शेशव  अवस्था में है शिक्षा को अंग्रेजी में एजुकेशन कहते हैं जो लैटिन भाषा के एजुकेशन का रूपांतरण है जिसका अर्थ है to bring up together हिंदी में शिक्षा का अर्थ ज्ञान से लगाया जाता है गांधी जी के अनुसार शिक्षा का तात्पर्य व्यक्ति के शरीर मन और आत्मा के समुचित विकास से हैं अंग्रेजी का फिजियोलॉजी शब्द दो शब्दों

‘Psyche’ और ‘logus’ से मिलकर बना है ‘Psyche’ का अर्थ ही आत्मा और ‘logus’ का अर्थ है विचार विमर्श अर्थात आत्मा के बारे में विचार विमर्श या अध्ययन मनोविज्ञान में किया जाता है शिक्षा मनोविज्ञान से तात्पर्य शिक्षक एवं सीखने की प्रक्रिया को सुधारने के लिए मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का प्रयोग करने से हैं शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षिक परिस्थितियों में व्यक्ति के व्यवहार का अध्ययन करता है

Meaning, Field and Importanc Of Education Psychology
Meaning, Field and Importanc Of Education Psychology

मनोविज्ञान का अर्थ परिभाषा एवं प्रकृति

  • मनोविज्ञान वर्तमान में अपनी शेशव अवस्था में हे –
  • दर्शनशास्त्र (एक विशेष शास्त्र) की  शाखों में से एक प्रसिद्ध शाखा मनोशास्त्र को आधार मानकर 1590 ई. में यूनान के प्रसिद्ध व्यक्ति रुडोल्फ गोहिल ने मनोविज्ञान शब्द दिया जबकि अरस्तु और प्लाटों ने मनोविज्ञान के स्थान पर मानसिक दर्शन शब्द का प्रयोग किया

मनोविज्ञान

मनोविज्ञान की जननी दर्शनशास्त्र
मनोविज्ञान शब्द का जनक रुडोल्फ गोइकिल
मनोविज्ञान का जनक अरस्तु
आधुनिक मनोविज्ञान का जनक विलियम जेम्स
प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक विलियम वांट

 

पुस्तक शब्दावली

मनोविज्ञान की पहली पाठ्य पुस्तक साइकोलॉजीया  (लेखक) रुडोल्फ गोईकिल
शिक्षा मनोविज्ञान की पहली पाठ्य पुस्तक प्रिंसिपल ऑफ़ साइकोलॉजी (लेखक) विलियम जेम्स

 

मनोविज्ञान के क्षेत्र

  • चेतन, अर्ध चेतन एवं अचेतन
  • आंतरिक एवं भैया भाग
  • ज्ञानात्मक क्रियात्मक भावात्मक

मनोविज्ञान की परिभाषाएं

मेकडूगल -मनोविज्ञान आचरण व व्यवहार का यथार्थ विज्ञान है

क्रो एंड क्रो – मनोविज्ञान मानव व्यवहार और मानव संबंधों का अध्ययन है

मॉर्गन – मनोविज्ञान मानव एवं पशु व्यवहार का विज्ञान है

वाटसन – मनोविज्ञान व्यवहार का धनात्मक विज्ञान है

एन. एल. मन – मनोविज्ञान का संबंध व्यवहार की वैज्ञानिक छानबीन से हैं

स्किनर – मनोविज्ञान व्यवहार एवं अनुभव का विज्ञान है जो जीवन की सभी परिस्थितियों में प्राणी की क्रियाओ  का अध्ययन करता है

बोरिंग – मनोविज्ञान मानव प्रकृति का अध्ययन है

वूडवर्थ- मनोविज्ञान वातावरण के संपर्क में होने वाले मानव व्यवहारों का अध्ययन है

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मनोविज्ञान का विकास क्रम

आत्मा का विज्ञान- समर्थक- अरस्तु ,प्लेटो,रुडोल्फ ,गोइकल

  • प्लेटो ने अपनी पुस्तक पब्लिक में लिखा था कि मनुष्य में आत्मा पाई जाती हैं और वह आत्मा के भाव से किसी परम सत्ता को ईश्वर मानता है
  • प्लेटो के शिष्य अरस्तु (384 ई. पू. -322  ई. पू) दर्शनशास्त्र में आत्मा के अध्ययन की शुरुआत की और यही आत्मा का अध्ययन आगे चलकर मनोविज्ञान बना इसी कारण से अरस्तु को मनोविज्ञान का जनक कहते हैं.

नोट :

काल्सनिक मनोविज्ञान का जनक प्लेटो को मानते हैं क्योंकि सबसे पहले आत्मा की अवधारणा पाटो के द्वारा दी गई है
  • PSYCHOLOGY (मनोविज्ञान) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग रुडोल्फ गोइकल ने साइकोलॉजीया नामक पुस्तक में आत्मा के अध्ययन के लिए सन 1590 में किया
  • डेकाटी  ने आत्मा के अध्ययन की विषय वस्तु को भौतिक शास्त्र में जोड़ने का प्रयास किया
  • मनोविज्ञान की यह परिभाषा लगभग 16वीं शताब्दी तक प्रचलित रही है

मन मस्तिष्क का विज्ञान

थॉमसशरीड, लिबिनिज होब्स, हनुम, जॉन लॉक, कान्र्ट, वक्रली स्पिना, रिचेरी |

  • 17वीं शताब्दी के दार्शनिकों ने मनोविज्ञान को मन  के विज्ञान के रूप में परिभाषित किया
  • इन्होंने PHYCHE (साइकी) का अर्थ मन  से लगाए और कहा कि मनोविज्ञान की विषय वस्तु मन है फल स्वरुप मनोविज्ञान मन  के अध्ययन का विज्ञान माना गया
  • मन  की यह परिभाषा सन 1870 तक सर्वमान्य रही इसमें वही कमियां थी जो की आत्मा के विज्ञान में थी

नोट –

वॉटसन ने मनोविज्ञान को मन रहित विज्ञान माना है जबकि अरस्तू ने मनोविज्ञान को मन का विज्ञान कहा है

 

चेतना का विज्ञान

विलियम जेम्स, विलियम वांट, एडवर्ड ब्रैडफोर्ड टीचनर , जेम्स सली , चैडविक वाइप्स

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विलियम जेम्स (1842 -1910 ई.)

  • विलियम जेम्स ने सन 1870 ईस्वी में विचार दिया की चेतना ही जीवन है और जीवन ही चेतन है इनके इसी विचार के आधार पर इसका नया अभिप्राय चेतना का विज्ञान बना
  • विलियन जेम्स के प्रयासों से सन 1870 में मनोविज्ञान दर्शन शास्त्र से अलग हुआ इसलिए विलियम जेम्स को आधुनिक मनोविज्ञान का जनक कहते हैं
  • सर्वप्रथम विलियन जेम्स ने 1890 में अपनी पुस्तक प्रिंसिपल ऑफ फिजियोलॉजी (मनोविज्ञान के सिद्धांत) मैं मनोनीत को चेतन की अवस्था के रूप में परिभाषित किया

विलियम वुन्ट (1832 – 1920 ई.

  • प्यार प्यार भेजोविलियम वुन्ट के समय में मनोवैज्ञानिक अंतर निरीक्षण द्वारा मन की संरचना का विश्लेषण कर रहे थे इसलिए चेतना का विज्ञान मानने वाले मनोवैज्ञानिक की संरचनावादी कहा गया
  • इस परिभाषा को मानने वाले मनोवैज्ञानिक के अनुसार मनोविज्ञान चेतन अनुभूति याद तात्कालिक अनुभूति के अध्ययन का विज्ञान है
  • चेतन अनुभूति या तात्कालिक अनुभूति से अर्थ संवेदना कल्पना भाव आदि मानसिक क्रियो से हैं
  • चेतना का विज्ञान अभिप्राय सबसे कम समय तक प्रचलित रहा यह सन 1980 मात्र 30 वर्षों में समाप्त हो गया

शिक्षा मनोविज्ञान की अध्ययन पद्धतियां

  • शिक्षा मनोविज्ञान में विधियों  का प्रयोग किया जाता है उन्हें मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया
  1. निरीक्षण विधियां
  2. प्रयोगात्मक विधियां
  3. वस्तुनिष्ठ विधियां

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