Elements Compounds And Mixtures Part 3 | तत्व यौगिक एवं मिश्रण नोट्स इन हिंदी पार्ट 3

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Elements Compounds And Mixtures Part 3

Elements Compounds And Mixtures Part 3   तत्व यौगिक एवं मिश्रण  भारत के प्राचीन दार्शनिकों ने पदार्थ को पांच मूल तत्वों में वर्गीकृत किया है जिसे पांच तत्व कहते हैं यह पांच तत्व है वायु पृथ्वी अग्नि जल और आकाश उनके अनुसार किन्हीं पांच तत्वों से सभी में बनी है चाहे वह संजीव हो या निर्जीव दोस्तों आज की इस लेख में हम तत्व यौगिक एवं मिश्रण के बारे में जानकारी आप लोगों को प्राप्त करवाएंगे इसके अंदर प्रमुख धातु तथा अधातु कौन-कौन सी होती हैं आदि के बारे में जानकारी प्रदान करवाएंगे आप हमारे साथ बनी रहे

Elements Compounds And Mixtures Part 3
Elements Compounds And Mixtures Part 3

सल्फर (गन्धक)

संस्कृत में सल्फर को “शुल्वारी” कहा जाता है। जिसका अर्थ “तांबे का नाशक” होता है। वस्तुतः तांबे को सल्फर के साथ गर्म करने पर तांबे के गुण नष्ट हो जाते है। पृथ्वी पटल मे सल्फर की प्रतिशतता लगभग 0.05% पायी जाती है। सल्फर से प्राप्त महत्त्वपूर्ण औद्योगिक रूप से H₂SO₄ (सल्फ्यूरिक अम्ल) यौगिक हैं। सल्फर प्रकृति में मुक्त अवस्था एवं विभिन्न यौगिकों के रूप में पाया जाता है। लहसुन व प्याज में सल्फर के कारण ही कड़वाहट होती है। लहसुन व प्याज में गंध का कारण पौटेशियम होता है।

वल्कनीकरण – प्राकृतिक लचीले रबर को सख्त एवं मजबूत बनाने के लिए इसे गंधक (सल्फर) के साथ (150°C) गर्म किया जाता है, इसे ही वल्कनीकरण कहते हैं। तथा प्राप्त रबर को वल्कनीकृत रबर कहते हैं।

रबर + सल्फर गर्म लचीला व कठोर रबर 150°C

अपररूप एवं अपररूपता

किसी तत्व के दो या दो से 2 अधिक रूप जो एक दूसरे से संरचना एवं अन्य भौतिक गुणों में भिन्नता प्रदर्शित करते हों परन्तु समान रासायनिक गुण रखते हो वे उस तत्व के अपररूप कहलाते है। तत्वों के इस गुण को अपररूपता कहते है।

सल्फर के दो अपररूप होते है

क्रिस्टलीय सल्फर (रवेदार अपररूप)

क्रिस्टलीय सल्फर दो अपररूपों में पाया जाता है।

(1) रोम्बिक सल्फर – सल्फर के इस अपररूप कोसल्फर भी कहते है। सामान्य ताप पर सल्फर का यह अपररूप अत्यधिक स्थाई होता है। यह जल में अविलेय पर कार्बन डाइसल्फाइड में विलेय होता है।

मोनो क्लिनिक सल्फर

इस सल्फर भी कहते हैं यह सी के आकार के क्रिस्टल के रूप में होता है अतः इस शंकु सल्फर भी कहते हैं यह जल में अभिलेख तथा कार्बन डाई सल्फाइड में विलय होता है

अक्रिस्टलीय सल्फर यह सल्फर तीन अपरूपों में पाई जाती है

प्लास्टिक सल्फर

जब उबलते हुए सल्फर को ठंडा पानी में उड़ेला जाता है तो रबड़ के समान कोमल पदार्थ प्राप्त होता है जिसे प्लास्टिक सल्फर कहते हैं यह सल्फर का एक अस्थाई अपरूप है जो धीरे-धीरे रोम्बिक सल्फर में परिवर्तित हो जाता है इसे y सल्फर भी कहते हैं

सल्फर का दूध यह एक सफेद रंग का अक्रिस्टलीय सल्फर होता है यह दवाई बनाने में प्रयुक्त होता है

कोलायडी सल्फर सल्फर से इस अपरूप को तनु नाइट्रिक अम्ल गैस प्रवाहित कर प्राप्त किया जाता है कोलायडी सल्फर को गर्म करने पर अथवा कुछ समय पश्चात यह रोम्बिक सल्फर में परिवर्तित हो जाता है इसका उपयोग भी औषधि में किया जाता है

सल्फर का उपयोग

सल्फर का उपयोग गंधक के द अम्ल के औद्योगिक उत्पादन में बहुत आयात से किया जाता है

इसका उपयोग बारूद तथा दिया सलाई बनाने में किया जाता है

कीटनाशक के रूप में भी उपयोगी है

सल्फर का उपयोग औषधि बनाने में किया जाता है सल्फर युक्त औषधि रक्त दोष निवारण में चर्म रोग में उपयोगी तथा दस्त रोकने में सहायक होती हैं 

सल्फर का उपयोग रबड़ के बालकनीकरण में किया जाता है

इसका उपयोग पेट्रोलियम शोध में किया जाता है

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फास्फोरस

जर्मनी के वैज्ञानिक ब्रांड ने 1669 में फास्फोरस की खोज की उन्होंने सर्वप्रथम इस तत्व को मूत्र रेट तथा कोयले के आसान से प्राप्त किया यह तत्व अंधेरे में चमकता है अतः इसका नाम फास्फोरस रखा गया है यह प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता क्योंकि यह अत्यधिक क्रियाशील है जानवरों के शरीर की हड्डियों में 58% कैल्शियम फास्फेट पाया जाता है मानव शरीर में फास्फोरस की उपस्थिति आवश्यक है

फास्फोरस के अपरूप

  1. फास्फोरस के पांच अपरूप है
  2. सफेद या पीला फास्फोरस
  3. लाल फास्फोरस
  4. कल फास्फोरस
  5. बैंगनी फास्फोरस
  6. गहरा लाल फास्फोरस

सफेद फास्फोरस सफेद फास्फोरस व्यवस्था में सफेद रंग का होता है परंतु धीरे-धीरे पीला होता है उसमें लहसुन जैसी गंध होती है तथा यह जहरीला होता है इसमें काम करने वाले कमर्धारियों में फ्रांसीजा  नामक बीमारी हो जाती है जिससे झगड़े की हड्डियों का क्षय होने लगता है सफेद फास्फोरस अधिक क्रियाशील होता है वायु की उपस्थिति में यह आंख पकड़ लेता है अतः इसे ठंडे जल में रखा जाता है यह मृत्यु होता है तथा इसे आसानी से चाकू से काटा जा सकता है श्वेत फास्फोरस होता है चमकता रहता है इसलिए यह प्रति दीप्ति कहलाता है सफेद फास्फोरस को कास्टिक सोडा के साथ गर्म करने पर फास्फीन गैस प्राप्त होती है

उपयोग सफेद फास्फोरस का उपयोग धोने के गुब्बारे आंख के गले आंख के खेल के प्रदर्शनी तथा रंगबिरंगी चमकते दिया सिलाई बनाने में किया जाता है

लाल फास्फोरस लाल फास्फोरस की संरचना जटिल श्रृंखला संरचना होती है यह गंध रहित होती है तथा इसका गलनांक उच्च होता है

उपयोग लाल फास्फोरस का उपयोग दिया सलाई बनाने में किया जाता है लाल फास्फोरस का उपयोग फास्ट का ब्रोंज नाम मत मिश्र धातु बनाने में किया जाता है इस मिश्र धातु में कॉपर टिन तथा फास्फोरस होता है

 काला फास्फोरस कल फास्फोरस चमकदार संरचना होने के कारण अधिक स्थाई होता है इसमें फास्फोरस परमाणुओं की बहुत सारी परतें आपस में जुड़ी होती हैं यह भी लाल फास्फोरस की भाती गंध रहित होता है

बैंगनी फास्फोरस यह ही रोग धातु फास्फोरस के नाम से जाना जाता है इसे डलवा शीशे की पत्तियों के अंदर श्वेत फास्फोरस को लंबे समय तक भिगोकर रखने पर प्राप्त किया जा सकता है

फास्फोरस के अन्य अपरूप उपयोगी नहीं है

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