Elements Compounds And Mixtures Part 2 | तत्व यौगिक एवं मिश्रण नोट्स इन हिंदी पार्ट 2

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Elements Compounds And Mixtures Part 2

Elements Compounds And Mixtures Part 2  तत्व यौगिक एवं मिश्रण  भारत के प्राचीन दार्शनिकों ने पदार्थ को पांच मूल तत्वों में वर्गीकृत किया है जिसे पांच तत्व कहते हैं यह पांच तत्व है वायु पृथ्वी अग्नि जल और आकाश उनके अनुसार किन्हीं पांच तत्वों से सभी में बनी है चाहे वह संजीव हो या निर्जीव दोस्तों आज की इस लेख में हम तत्व यौगिक एवं मिश्रण के बारे में जानकारी आप लोगों को प्राप्त करवाएंगे इसके अंदर प्रमुख धातु तथा अधातु कौन-कौन सी होती हैं आदि के बारे में जानकारी प्रदान करवाएंगे आप हमारे साथ बनी रहे

Elements Compounds And Mixtures Part 2

प्रमुख धातु तथा अधातु

हाइड्रोजन

हाइड्रोजन की खोज हेनरी केवेंडीस ने 1764 ईस्वी में की थी

इसका परमाणु क्रमांक 1 तथा द्रव्यमान 1.008 होता है

यह आवर्त सारणी का प्रथम तत्व है सबसे सरलतम तत्व और ब्रह्मांड में सर्वाधिक पाया जाने वाला तत्व है एवं न्यूट्रॉन रहित तत्व है इसे भविष्य का ईंधन भी कहा जाता है

इस आवारा तत्व भी कहा जाता है क्योंकि इसका स्थान आवृत्ति सारणी में स्थाई नहीं है

यह सर्वाधिक आयनन विभव एवं विशिष्ट ऊष्मा वाला तत्व है

यह प्रकृति में सबसे हल्का तत्व है

यह सबसे हल्की गैस हाइड्रोजन है हाइड्रोजन एक रंगहीन गैस है हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक है

हाइड्रोजन गैस न्यूनतम तापमान पर द्रव में बदल जाती है

हाइड्रोजन ऑक्सीजन के साथ मिश्रित होकर एक विस्फोटक उत्पन्न करती हैं इसलिए इसको अंतरिक्ष रॉकेट में ईंधन के रूप में उपयोग में लाया जाता है वेल्डिंग कार्यों में भी हाइड्रोजन का उपयोग किया जाता है

वनस्पति तेलों को हाइड्रोजहानिकरण द्वारा वनस्पति घी में परिवर्तित किया जा सकता है

हाइड्रोजन का कैलोरी मान सबसे उच्च होता है

नाइट्रोजन

वायुमंडल में सर्वाधिक पाया जाने वाली गैस है विद्युत बल्ब में भरा जाता है

यूरिया में नाइट्रोजन की मात्रा 46% पाई जाती है

वायुमंडल में नाइट्रोजन की मात्रा 78% पाई जाती है

नाइट्रोजन का उपयोग उर्वरक बनाने में किया जाता है

ऑक्सीजन

ऑक्सीजन की खोज सन 1772 ईस्वी में सीले ने की थी

पृथ्वी में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला एवं मानव शरीर में सर्वाधिक पाया जाने वाला तत्व वह गैस है

क्लोरीन

क्लोरीन की खोज से लेने की इससे हरे पीले रंग के कारण इसे क्लोरीन नाम दिया

क्लोरीन बहुत क्रियाशील अधातु है अतः यह प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाई जाती है

क्लोरीन तीखी गंध अली दम गो टू गैस है क्लोरीन अत्यधिक जहरीली गैस है अगर थोड़ी मात्रा में सांस द्वारा अंदर चली जाए तो सर दर्द हो जाता है और अधिक मात्रा में अंदर जाने पर मृत्यु का कारण भी बन सकती हैं

उपयोग

विरंजक चूर्ण व क्लोरोफॉर्म बनाने में

कॉटन पेपर लियोन के विरंजन के रूप में

जल की निर्जम जीवाणु रहित करने में

सोने व प्लैटिनम के निष्कर्ष में

विषैली गैस बनाने में

ब्रोमीन

एक अधातु तत्व जो द्रव अवस्था में होता है यह लाल रंग प्रदर्शित करता है

लिथियम

सबसे हल्का धातु है यह सबसे प्रबल अपचायक है इसका उपयोग मैग्नीशियम प्लेस बल्ब बनाने में किया जाता है

अल्युमिनियम

पृथ्वी के भूगर्भ में सर्वाधिक 7% पाई जाने वाली धातु है

पारा (मर्करी)

पारा एक मात्र द्रव धातु है इसे क्विक सिल्वर भी कहते है। यह सबसे कम गलनांक वाली धातु है।

पारा को सिनेबार अयस्क से निष्कर्षित किया जाता है।

पारा ऊष्मा व विद्युत का सुचालक होता है।

पारा को लौह में रखा जाता है।

इसका उपयोग बैरोमीटर (दाब मापी), थर्मामीटर (ताप मापी) * में किया जाता है।

इसकी अधिकता से मिनीमाटा रोग हो जाता है।

ओस्मियम

सबसे भारी तत्व/धातु है। इसको Os से प्रर्दशित करते है।

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टंगस्टन

सर्वाधिक गलनांक वाली धातु/तत्व है। बल्ब का तन्तु टंगस्टन का बना होता है। भारत में टंगस्टन का उत्पादन राजस्थान की डेगाना खान से होता है।

टंगस्टन का गलनांक 3500°C होता है।

टैक्नीशियम-प्रथम मानव निर्मित तत्व है।

सीजियम– सबसे बड़ा परमाणु आकार वाला तत्व है।

यूरेनियम– यूरेनियम को आशा धातु कहा जाता है। 220213 उपयोग परमाणु भट्टी में ईधन के रूप में किया जाता है। भारत में यूरेनियम का सर्वाधिक उत्पादन झारखंड में होता है।

सोडियम

यह एक मुलायम धातु है जिसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है।

सड़कों पर लगे पीली रोशनी के लैम्प में सोडियम धातु होती है। क्योंकि यह एक वर्णी है और पानी की बूंदो से गुजरने पर भी विभक्त नहीं होता है।

मिट्टी के तेल मे रखा जाता है क्योंकि यह अत्यधिक क्रियाशील है और वायुमण्डलीय ऑक्सीजन व जल से क्रिया करके जल्दी आग पकड़ लेता है।

सोडियम का प्रयोग अपस्फोटनरोधी यौगिकों के निर्माण में किया जाता है।

Note – पौटेशियम को भी कैरोसिन में रखा जाता है।

सोना

यह स्वतन्त्र अवस्था में पायी जाने वाली धातु है।

सोने को कठोर बनाने के लिए उसमें ताँबा या चाँदी मिलाई जाती है शुद्ध सोना 24 कैरेट होता है।

आभूषण बनाने में 22 कैरेट सोने का उपयोग करते है।

सोना एक नोबल धातु है जिसे अम्ल में नहीं घोला जा सकता है इसलिए इसे घोलने के लिए अम्लराज का निर्माण किया जाता है अम्लराज हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और नाइट्रिक अम्ल का मिश्रण है।

सोने का शोधन नाइट्रिक अम्ल (HNO3 ) से करते हैं।

चाँदी (सिल्वर)

चाँदी विद्युत की सर्वश्रेष्ठ सुचालक है। चाँदी > ताँबा > ऐल्युमिनियम > टंगस्टन

धरमस की अंदरूनी दीवारों पर चाँदी का लेप किया जाता है।

सीसा (लेड)

यह विद्युत तथा ताप का कुचालक होता है। वाहनों के धुंए में भी सीसा होता है। चॉकलेटों में लैंड का इस्तेमाल करते है। लेड ऑक्साइड का उपयोग दियासलाई व फ्लिण्ट काँच बनाने में किया जाता है।

 ताँबा (कॉपर)

यह पृथ्वी पर खोजी गई सबसे पहली धातु है। तड़ित चालक बनाने में इसका उपयोग करते है। मानव शरीर में तांबे की वृद्धि से विल्सन रोग हो जाता है।

प्लेटिनम– इसको सफेद सोना कहते हैं।

पेट्रोलियम – इसको दव सोना और काला सोना भी कहते है।

Note- आतिशबाजी के दौरान हरा रंग बेरियम तथा लाल चटक रंग स्ट्रॉन्शियम की उपस्थिति के कारण होता है।

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